Top 10 Candlestick Chart Pattern in Hindi कैंडलस्टिक चार्ट क्या होते है कैसे इनके प्रयोग से प्रॉफिट कमाया जा सकता है candlestick technical analysis
कैंडलस्टिक चार्ट को कैंडलस्टिक तकनीकी विश्लेषण candlestick technical analysis भी कहा जाता है, बाजारों में कीमतों की गति का विश्लेषण करने का एक प्रभावशाली उपकरण है। स्टॉक, विदेशी मुद्रा, और क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग में कैंडलस्टिक चार्ट को एनालिसिस के रूप में उपयोग किया जाता है। कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग व्यापारी और निवेशक बाजार के रुख को समझने के लिए करते हैं इससे पता लगता है की बाज़ार की गति या रुख उपर की तरफ है या निचे की तरफ अथार्थ गिरावट की तरफ रुख है।
कैंडलस्टिक कैसे बनती है- candlestick technical analysis
कैंडलस्टिक चार्ट में प्रत्येक कैंडल को मूलतः एक विशेष समयावधि जैसे की एक घंटा, एक दिन, एक हफ्ता और महीने के अनुसार कीमतों का प्रतिनिधित्व करती है। किसी भी कैंडल में चार मुख्य डेटा पॉइंट होते हैं आइये जानते है:
1. ओपनिंग प्राइस (Opening Price): हर कैंडल की एक ओपनिंग प्राइस होता है, वह कीमत जिस पर एक निश्चित समयावधि में पहला व्यापार हुआ।
2. क्लोजिंग प्राइस (Closing Price): किसी भी कैंडल के क्लोजिंग प्राइस वह कीमत जिस पर समयावधि के अंत में अंतिम व्यापार हुआ।
3. हाई प्राइस (High Price): हाई प्राइस कैंडल का वो भाग है समय में सबसे ज्यादा प्राइस पर शेयर बेचा गया है, उस समयावधि में सबसे ऊँची कीमत।
4. लो प्राइस (Low Price): लो प्राइस कैंडल का वो भाग है समय में सबसे कम प्राइस पर शेयर बेचा गया है,उस समयावधि में सबसे नीची कीमत।
Candlestick Chart Pattern कैसे बनते है in Hindi कैंडल का निर्माण इस प्रकार होता है:
कैंडल बॉडी (Body): यह कैंडल का वह मुख्य हिस्सा है, जो कैंडल की ओपनिंग और क्लोजिंग प्राइस के बीच के अंतर बताता है। यदि क्लोजिंग प्राइस ओपनिंग प्राइस से अधिक है, तो बॉडी हरी रंग की होती है, और यदि क्लोजिंग प्राइस कम है, तो बॉडी लाल या काली रंग की होती है।
विक (Wick): यह कैंडल के ऊपर और नीचे की सीधी रेखाएं होती हैं, जो हाई और लो प्राइस को कैंडल पर दर्शाती हैं।
कैंडलस्टिक पैटर्न Candlestick Chart Pattern in Hindi
कैंडलस्टिक चार्ट विभिन्न पैटर्नों का उपयोग करता है, जो बाजार की प्रवृत्तियों और संभावित रिवर्सल को दर्शाते हैं। कुछ प्रमुख पैटर्न में शामिल हैं:
1. हैमर (Hammer): यह एक संकेत है जिससे कि बाजार में खरीदारी बढ़ सकती है, तब हेम्मर कैंडल बनती है।
2. इनवर्स हैमर (Inverted Hammer): इनवर्टेड हेम्मर मार्किट में संभावित रिवर्सल का संकेत देता है, इससे पता चलता है की अब रिवेर्सल आने वाला है।
3. बुलिश एंगुल्फिंग (Bullish Engulfing): बुलिश एन्फिन्गल मार्किट में बताता है एक मजबूत खरीदारी का संकेत है।
4. बियरिश एंगुल्फिंग (Bearish Engulfing): बियरिश एंगुल्फिंग संभावित गिरावट के संकेत के बारे में बताता है.
कैंडलस्टिक का महत्व Candlestick Chart Pattern importance in Hindi
कैंडलस्टिक चार्ट ट्रेडरों को बाजार के रुख को बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है। यह कीमतों की जानकारी देता है, और निवेशकों को यह भी समझने में मदद करता है कि बाजार में शेयर खरीदने या बेचने का सही समय कब है।
कैंडलस्टिक चार्ट तकनीकी विश्लेषण का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह बाजार के भावी रुख को समझने में मदद करता है और व्यापारी को सही निर्णय लेने में बहुत मदद करता है। इसके विभिन्न पैटर्नों को पहचानकर, निवेशक बेहतर ट्रेडर बहुत तरह की स्ट्रेटजी बना सकता हैं। इस प्रकार, कैंडलस्टिक चार्ट का ज्ञान और समझ किसी भी ट्रेडर के लिए बहुत आवश्यक है। इसे हर ट्रेडर को जरुर सीखना चाहिए.
Candlestick Chart Pattern in Hindi कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न: एक विस्तृत विवरण
प्रमुख कैंडलस्टिक पैटर्न्स कुछ इस प्रकार से है:- हैमर (Hammer), इनवर्स हैमर (Inverted Hammer), बुलिश एंगुल्फिंग (Bullish Engulfing), बियरिश एंगुल्फिंग (Bearish Engulfing), मॉर्निंग स्टार (Morning Star),सपोर्ट और रेजिस्टेंस कैंडलस्टिक पैटर्न्स support and resistance candlestick chart pattern
1. हैमर (Hammer)
हैमर (Hammer) क्या है: हैमर पैटर्न तब बनता है जब कैंडल का लो प्राइस बहुत ही नीचे होता है और लेकिन क्लोजिंग प्राइस ओपनिंग प्राइस के करीब होता है।
Signal क्या बताता है : यह संभावित रिवर्सल का संकेत देता है, खासकर जब यह डाउनट्रेंड के बाद दिखाई देता है।
2. इनवर्स हैमर (Inverted Hammer)
इनवर्स हैमर (Inverted Hammer) क्या है: यह पैटर्न हैमर के विपरीत होता है, इस कैंडल का ऊपरी भाग बड़ा होता है और लो प्राइस बहुत नीचे होता है।
Signal क्या बताता है : यह एक संभावित बॉटमिंग संकेत देता है, जो मार्केट में तेजी का संकेत हो सकता है।
3. बुलिश एंगुल्फिंग (Bullish Engulfing)
बुलिश एंगुल्फिंग (Bullish Engulfing) क्या है: यह पैटर्न तब बनता है जब एक छोटी कैंडल पूरी तरह से अगली बड़ी हरी कैंडल द्वारा घेर ली जाती है।
Signal क्या बताता है :- यह एक मजबूत खरीदारी का संकेत है और ये डाउनट्रेंड के बाद ही दिखाई देता है।
4. बियरिश एंगुल्फिंग (Bearish Engulfing)
बियरिश एंगुल्फिंग (Bearish Engulfing) क्या है: यह पैटर्न तब बनता है जब एक छोटी हरी कैंडल को एक बड़ी लाल कैंडल द्वारा घेर लिया जाता है।
संकेत: यह संभावित गिरावट का संकेत है और अपट्रेंड के बाद दिखाई देता है।
5. मॉर्निंग स्टार (Morning Star) morning star candlstick chart pattren kya hai
मॉर्निंग स्टार (Morning Star) क्या है: यह तीन-कैंडल का पैटर्न बनता है जिसमें एक बड़ी लाल कैंडल, एक छोटी कैंडल, और एक बड़ी हरी कैंडल होती है।
Signal क्या बताता है: यह एक रिवर्सल संकेत है, जो डाउनट्रेंड के बाद तेजी का संकेत देता है।
6. एवेनिंग स्टार (Evening Star) Evening star candlestick chart pattren kya hai
एवेनिंग स्टार (Evening Star) क्या है: यह भी एक तीन-कैंडल पैटर्न है जिसमें एक बड़ी हरी कैंडल, एक छोटी कैंडल, और एक बड़ी लाल कैंडल होती है, यह एक महतवपूर्ण चार्ट है।
Signal क्या बताता है: यह एक रिवर्सल संकेत है, जो अपट्रेंड के बाद गिरावट का संकेत देता है।
7. डोजी (Doji) Doji candlestick chart pattren kya hai
डोजी (Doji) क्या है: जब किसी भी ओपनिंग और क्लोजिंग प्राइस लगभग समान होते हैं, तो इसे डोजी कैंडल कहा जाता है।
Signal क्या बताता है: यह अनिश्चितता का संकेत है और संभावित रिवर्सल का संकेत दे सकता है, खासकर जब यह अन्य पैटर्न के साथ दिखाई देता है।
8. सपोर्ट और रेजिस्टेंस कैंडलस्टिक पैटर्न्स support and resistance candlestick chart pattern
सपोर्ट और रेजिस्टेंस कैंडलस्टिक पैटर्न्स क्या है: सपोर्ट लेवल पर एक बुलिश कैंडल और रेजिस्टेंस लेवल पर एक बियरिश कैंडल संभावित ट्रेंड रिवर्सल का संकेत देते हैं।
Signal क्या बताता है: सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल पर कैंडलस्टिक पैटर्न्स की पहचान करना ट्रेडिंग निर्णयों में बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। जब सपोर्ट से रेवेर्सल मिले तो खरीदारी करनी चाहिए और जब रेजिस्टेंस से रिवेर्सल मिले तो शेयर बेचने चाहिए लेकिन ब्रेकआउट का ध्यान रखना चाहिए.
Candlestick Chart Pattern in Hindi कैंडलस्टिक चार्ट के पैटर्न्स बाजार के रुख उपर है या निचे इसे को समझने में मदद होती हैं और व्ट्डर्स को स्टॉक मार्किट में सही निर्णय लेने में सहायक होते हैं। इन कैंडलस्टिक का सही अध्ययन और व्याख्या करने से आप अपनी ट्रेडिंग रणनीतियों को बेहतर बना सकते हैं। सभी निवेशकों को चाहिए कि वे इन पैटर्न्स कैंडलस्टिक पैटर्न्स तकनीकी संकेतकों के साथ मिलाकर अपने निर्णयों को मजबूत करें। चार्ट्स का अध्ययन ट्रेडर का सफलता की ओर एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है।